अंबिकापुर –: दीपावली की रात दिनांक 20 अक्टूबर की रात सुभाष कॉन्वेंट बौरी पर में घटना होती है इस घटना ने तो पूरे शहर को झगझोर के रख दिया था इस घटना के बीच प्रतिष्ठित परिवार के युवक पर जानलेवा हमला हुआ जहां एक तरफ 200 लोगों की भीड़ थी वहीं दूसरी और सिर्फ एक परिवार के 4 लोग थे। जिसमें शोभा तिवारी निवासी वार्ड नंबर 33 जड़हागढ़ मायापुर निवासी ने महिला आयोग रायपुर, कलेक्टर सरगुजा और पुलिस अधीक्षक और सरगुजा रेंज आई जी को पत्र लिखकर न्याय और कार्रवाई की मांग की है जय आदित्य उर्फ (अंश पंडित) की मां शोभा तिवारी का कहना है कि उनके बेटे आदित्य तिवारी उर्फ़ अंश पंडित पर कुछ लोगों ने हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया जिसकी सूचना मिलने पर अंश पंडित की मां और पिता जी मौके पर पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की गई जिसमें अंश पंडित के पिता बाबा पंडित के सर में भारी चोट लगी है घटना के बीच अंश पंडित की मां के ऊपर भी जान लेवा हमला किया वहीं अंश पंडित का जीवन ज्योति अस्पताल के आईसीयू वार्ड में इलाज चल रहा था, अंश पंडित की मां शोभा तिवारी ने आरोप लगाया है कि घटना की जानकारी देने के बावजूद पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और नाही उक्त मामले पर हमारी ओर से एफआईआर दर्ज की गई है उल्टा इन्हीं के परिवार को जेल भेज दिया गया, अंश पंडित की मां का कहना है कि पुलिस FIR से कुछ चंद नामों को हटवाना चाहती है क्योंकि वो विभागीय लोग थे, पुलिस ने परिवार पर यह भी आरोप लगाया कि पुलिस असली आरोपियों को बचा रही है जिससे उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा अब परिजन न्यायालय में परिवारवाद दायर करने की तैयारी में हैं।
पुलिस विभाग के कर्मचारियों पर भी गंभीर आरोप
इस पूरे मामले में जय आदित्य उर्फ (अंश पंडित) के परिवार ने पुलिस विभाग के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाया है और कहा कि विवाद के बीच जब अंश पंडित की मां एवं पिता अशोक तिवारी बीच बचाओ के लिए जब मौके पर पहुंचे थे। वहीं पुलिस विभाग के कर्मचारी आरक्षक विवेक राय के द्वारा अशोक तिवारी पे जान लेवा हमला किया गया जिससे हमले के दौरान अशोक तिवारी के सर पर गंभीर चोट लगा एवं सर पर बारह टाके लगे। दूसरी ओर घटना के दौरान ASI राकेश मिश्रा का कहना था कि अंश पंडित एवं उसके परिवार वाले के ऊपर गाड़ी चढ़ा दो बाकी जो मैं देख लूंगा इस पूरे गंभीर आरोप के बाद पुलिस विभाग जांच करने की बात कर रही है।
वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद शुक्ला
वही इस मामले पर वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद शुक्ला ने बताया कि दिवाली की रात की घटना और पहले भी हो चुके कई घटनाएं जिसमें पूरे परिवार के नाम शामिल कर दिए जाते हैं अगर पिता अपने बेटे की रक्षा के लिए जाता है तो उसे अपराधी बना दिया जाता है और पूरे परिवार को बदनामी का सामना करना पड़ रहा है एक प्रतिष्ठित परिवार अव सरगुजा में सर उठा कर नहीं चल सकता, वहीं अधिवक्ता ने यह बताया की एसपी और जिला कलेक्टर को मामले की शिकायत कर दी गई है, अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती तो न्यायालय में परिवाद दायर किया जाएगा।
उच्च स्तरीय जांच की मांग
पीड़ित मां ने प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है फिलहाल कलेक्टर और एसपी सरगुजा के पास शिकायत पहुंच चुकी है अब देखना होगा कि कार्रवाई कब होती है, और अपराध कर खुलेआम घूम रहे लोगों पर पुलिस कब कार्यवाही करती या नहीं हालांकि इस पूरे मामले पर एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ढिल्लों ने मीडिया पर बयान तो नहीं दिया पर यह कहा है कि जांच कर दोषियों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।


